पुराने चालान कैसे देखें?

आज के समय में वाहन चलाना केवल सुविधा का विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह जिम्मेदारी से जुड़ा हुआ कार्य बन गया है। ट्रैफिक नियमों का पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है, और यदि कोई व्यक्ति गलती से भी इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान काटा जाता है। वर्तमान में भारत में अधिकतर ट्रैफिक चालान ई-चालान के रूप में ऑनलाइन जारी किए जाते हैं। यह प्रणाली पारदर्शी और तेज़ है, लेकिन जब बात आती है पुराने चालानों को देखने की, तो कई लोगों के मन में संदेह होता है कि क्या पुराने चालान भी देखे जा सकते हैं और अगर हां, तो कैसे? इसी सवाल का जवाब इस लेख में विस्तारपूर्वक दिया गया है।

जब हम ‘पुराने चालान’ की बात करते हैं, तो इसका आशय उन चालानों से होता है जो महीनों या वर्षों पहले काटे गए थे – चाहे वे भरे गए हों या न हों। ये चालान किसी कारणवश फिर से देखने की आवश्यकता हो सकती है – जैसे वाहन बेचते समय दस्तावेज़ जांच, ट्रैफिक विवाद में कानूनी प्रमाण प्रस्तुत करना, बीमा दावा करने के दौरान भुगतान का सबूत दिखाना, या फिर अपने खुद के रिकॉर्ड को बनाए रखना। इसीलिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि इन पुराने चालानों को कैसे ट्रैक किया जाए और कहां से देखा जाए।

भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ई-चालान व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक एकीकृत पोर्टल विकसित किया है – जिसका नाम है echallan.parivahan.gov.in। यह पोर्टल देशभर के अधिकतर राज्यों के ट्रैफिक चालानों का डेटा एकत्र करता है और आम नागरिकों को यह सुविधा प्रदान करता है कि वे अपने चालान की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकें, उसका भुगतान कर सकें और उसका रिकॉर्ड भी देख सकें। यह पोर्टल पुराने चालान देखने की सबसे सरल और भरोसेमंद विधि है।

इस पोर्टल का उपयोग करना भी बेहद आसान है। किसी भी वेब ब्राउज़र में echallan.parivahan.gov.in टाइप करें और वेबसाइट खोलें। यहां आपको ‘Check Challan Status’ या ‘Online Services’ जैसे विकल्प दिखाई देंगे। इन विकल्पों में से ‘Check Challan Status’ पर क्लिक करें। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म आएगा जिसमें आपसे वाहन नंबर, चालान नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर भरने को कहा जाएगा। आप इनमें से कोई भी जानकारी डाल सकते हैं – हालांकि पुराने चालानों के लिए वाहन नंबर सबसे उपयुक्त होता है। फिर कैप्चा कोड भरें और ‘Get Details’ बटन पर क्लिक करें।

कुछ ही क्षणों में आपके सामने उस वाहन नंबर से जुड़े सभी चालानों की सूची खुल जाएगी। इस सूची में चालान नंबर, चालान जारी होने की तारीख, स्थान, नियम उल्लंघन का प्रकार, चालान की राशि, भुगतान स्थिति (Paid या Unpaid), भुगतान की तारीख, ट्रांजैक्शन आईडी जैसी सभी जानकारी शामिल होती है। यहां सबसे नीचे या अगले पृष्ठों पर आपके पुराने चालान दिखाई देंगे – चाहे वे एक वर्ष पुराने हों या दो साल, जब तक उनका रिकॉर्ड पोर्टल में उपलब्ध है, तब तक वे देखे जा सकते हैं।

अगर आपने चालान का भुगतान कर दिया है, तो उस चालान के सामने ‘Paid’ का स्टेटस लिखा होगा और साथ ही ‘View Receipt’ या ‘Download Receipt’ का विकल्प भी होगा। आप उस पर क्लिक करके चालान की रसीद भी देख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उसका प्रिंटआउट भी ले सकते हैं। वहीं अगर चालान पेंडिंग है, तो ‘Pay Now’ का बटन दिखाई देगा जिससे आप तुरंत ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।

कुछ राज्यों की ट्रैफिक वेबसाइटें जैसे दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि की अपनी स्वतंत्र ई-चालान पोर्टल्स होती हैं, जहां से केवल उस राज्य के चालानों की जानकारी मिलती है। यदि आपका वाहन किसी विशेष राज्य में पंजीकृत है और चालान वहीं का है, तो आप उस राज्य के ट्रैफिक पोर्टल पर जाकर भी पुराने चालानों की जांच कर सकते हैं। प्रक्रिया लगभग समान होती है – वाहन नंबर या चालान नंबर डालें, कैप्चा भरें और ‘Submit’ करें। इसके बाद चालानों की पूरी सूची स्क्रीन पर दिख जाती है।

कई बार लोग मोबाइल ऐप्स के माध्यम से भी चालान का भुगतान करते हैं, जैसे Paytm, Google Pay, PhonePe या अन्य बैंकिंग ऐप्स। इन ऐप्स के ‘Transaction History’ सेक्शन में जाकर पुराने चालानों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हालांकि वहां सिर्फ पेमेंट से संबंधित जानकारी मिलती है, चालान का पूरा विवरण देखने के लिए आपको echallan.parivahan.gov.in या राज्य की ट्रैफिक वेबसाइट पर ही जाना होगा।

अगर किसी कारणवश पोर्टल पर चालान नहीं दिखाई दे रहा है, लेकिन आपको विश्वास है कि कभी न कभी चालान काटा गया था, तो आप ट्रैफिक विभाग से संपर्क कर सकते हैं। हर राज्य की ट्रैफिक पुलिस की हेल्पलाइन होती है जहां आप वाहन नंबर देकर पुराने चालान का विवरण मांग सकते हैं। कुछ राज्यों में ईमेल सपोर्ट भी उपलब्ध होता है, जहां आप लिखित में अनुरोध भेज सकते हैं और पुराने चालानों की सूची प्राप्त कर सकते हैं।

पुराने चालान देखने की एक और स्थिति तब आती है जब आप एक पुरानी कार खरीदने जा रहे होते हैं। उस स्थिति में यह जरूरी होता है कि वाहन पर कोई चालान लंबित न हो। इसके लिए आप वाहन नंबर डालकर पोर्टल पर जाकर पुराने चालानों की स्थिति देख सकते हैं और जान सकते हैं कि पिछले मालिक ने सभी चालान का भुगतान किया है या नहीं। यदि किसी चालान का भुगतान नहीं किया गया है, तो आप गाड़ी खरीदने से पहले उसका भुगतान करवाना सुनिश्चित कर सकते हैं।

अगर आपको चालान की रसीद या चालान की विस्तृत जानकारी भविष्य में अदालत या किसी आरटीओ दस्तावेजी प्रक्रिया में दिखानी हो, तो पोर्टल से निकाले गए चालान विवरण को PDF में सेव करना और उसका प्रिंट लेना आवश्यक होता है। यह दस्तावेज़ कानूनी रूप से मान्य होता है और आपके द्वारा किए गए भुगतान का स्पष्ट प्रमाण भी देता है। खासतौर पर व्यवसायिक वाहनों के लिए जिनका ट्रैक रिकॉर्ड नियमित रूप से जांचा जाता है, उनके लिए पुराने चालानों की सूची हमेशा अपडेटेड और सुरक्षित होनी चाहिए।

कभी-कभी वाहन का मालिक बदलने के बाद भी पोर्टल पर पुराने मालिक के नाम से चालान दर्ज होते हैं। ऐसे में नए मालिक को पुराने चालानों की जानकारी लेकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वाहन ट्रांसफर से पहले चालान का भुगतान हो चुका है। अगर नहीं हुआ है, तो दोनों पक्ष मिलकर उस चालान का निपटारा करें और रिकॉर्ड अपडेट कराएं। इससे बाद में कानूनी विवाद की संभावना कम हो जाती है।

ई-चालान पोर्टल का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह 24×7 उपलब्ध रहता है, जिससे किसी भी समय, कहीं से भी पुराने चालान की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इससे नागरिकों की समय की बचत होती है और सरकारी कार्यालयों पर दबाव भी कम होता है। अब किसी को यह जानने के लिए ट्रैफिक ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं है कि उसका चालान कब कटा था, कितना पैसा लगा था, और क्या वह भरा गया या नहीं।

यदि आप किसी साइबर कैफे या डॉक्युमेंट सेंटर की मदद से चालान रिकॉर्ड देखना चाहते हैं, तो अपने साथ वाहन नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस नंबर और इंटरनेट एक्सेस वाली डिवाइस ले जाएं। वहां पर आप ट्रैफिक पोर्टल खोलकर खुद भी अपने पुराने चालानों को देख सकते हैं और आवश्यक होने पर उनकी रसीद भी निकाल सकते हैं। ध्यान रखें कि आपकी जानकारी गोपनीय होती है, इसलिए किसी अनजान व्यक्ति के सामने चालान विवरण खोलते समय सावधानी बरतें।

आज जब देश डिजिटल इंडिया की ओर तेजी से बढ़ रहा है, तो हमें भी इस बदलाव के साथ अपने दस्तावेजों को सुरक्षित और व्यवस्थित रखने की आदत डालनी चाहिए। केवल चालान का भुगतान कर देना ही काफी नहीं है, बल्कि उसका रिकॉर्ड भी रखना उतना ही आवश्यक है। यह न केवल आपकी जिम्मेदारी का प्रमाण है, बल्कि भविष्य में आपकी सुरक्षा का आधार भी बन सकता है।

इस पूरे लेख का उद्देश्य यही है कि आपको यह समझाया जाए कि पुराने चालानों को देखना कोई जटिल कार्य नहीं है। बस थोड़ी सी तकनीकी जानकारी और सावधानी से आप अपने सभी पुराने चालानों का विवरण देख सकते हैं, उसे डाउनलोड कर सकते हैं, उसका प्रिंट निकाल सकते हैं और उसे कानूनी एवं व्यक्तिगत उपयोग में ला सकते हैं। एक जागरूक और जिम्मेदार वाहन चालक होने के नाते यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप न केवल नियमों का पालन करें, बल्कि अगर कभी गलती हो जाए, तो उसका रिकॉर्ड भी ठीक से रखें।

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