भारत में बना ड्राइविंग लाइसेंस केवल देश के भीतर ही नहीं, बल्कि कई देशों में भी वैध होता है। बहुत से भारतीय जब विदेश यात्रा करते हैं या लंबे समय तक किसी दूसरे देश में रहते हैं, तो एक सामान्य सवाल उनके मन में होता है – क्या भारत का ड्राइविंग लाइसेंस उस देश में मान्य है? क्या वह उससे वाहन चला सकते हैं? या फिर उन्हें वहां की स्थानीय अथॉरिटी से नया लाइसेंस बनवाना होगा?
हर देश के अपने अलग-अलग नियम और प्रक्रियाएं होती हैं। कुछ देशों में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस (IDP के साथ या बिना) स्वीकार किया जाता है, तो कुछ में आपको नया लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होता है। इस लेख में हम प्रमुख देशों की सूची देंगे जहां भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस को किस स्थिति में मान्यता प्राप्त है और किन शर्तों के साथ वह वहां वाहन चला सकते हैं।
1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
अमेरिका की प्रत्येक राज्य सरकार का अपने परिवहन नियमों पर अधिकार होता है। ज्यादातर राज्यों में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ वाहन चलाना 1 वर्ष तक वैध होता है, बशर्ते लाइसेंस अंग्रेज़ी में हो। कुछ राज्यों में अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (IDP) की मांग की जाती है। यदि आप एक वर्ष से अधिक समय तक अमेरिका में रह रहे हैं, तो आपको वहां का स्थानीय लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
2. यूनाइटेड किंगडम (UK)
ब्रिटेन में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस धारक 12 महीने तक वाहन चला सकते हैं। शर्त यह है कि उनका लाइसेंस अंग्रेज़ी भाषा में हो या फिर वे अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (IDP) भी रखें। 12 महीने के बाद, यदि व्यक्ति वहां रहना जारी रखता है तो उसे UK का प्रॉविजनल लाइसेंस लेकर नया टेस्ट देना होगा।
3. ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में भी यह राज्य-स्तर पर निर्भर करता है। न्यू साउथ वेल्स, विक्टोरिया, क्वींसलैंड जैसे राज्यों में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ एक निश्चित अवधि तक वाहन चलाने की अनुमति मिलती है। लेकिन उसमें शर्त होती है कि लाइसेंस अंग्रेज़ी में हो या प्रमाणिक अनुवाद के साथ हो। स्थायी निवासियों को वहां का ड्राइविंग टेस्ट देकर नया लाइसेंस लेना होता है।
4. कनाडा
कनाडा में भारतीय नागरिक एक साल तक भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ वाहन चला सकते हैं। कुछ प्रांतों में इंटरनैशनल ड्राइविंग परमिट अनिवार्य है। ब्रिटिश कोलंबिया और ओंटारियो जैसे राज्यों में भारतीयों को G1 या G2 टेस्ट देकर कनाडियन लाइसेंस लेना होता है यदि वे लंबे समय के लिए वहां बस रहे हों।
5. जर्मनी
जर्मनी में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस को अधिकतम 6 महीने तक ही मान्यता प्राप्त होती है। उसके बाद स्थानीय लाइसेंस बनवाना आवश्यक है। जर्मनी में IDP की अनिवार्यता है, और बिना उसके भारतीय लाइसेंस मान्य नहीं माना जाता। इसके अलावा वहां की भाषा में अनुवाद कराना भी जरूरी होता है।
6. फ्रांस
फ्रांस में भारतीय नागरिक इंटरनैशनल ड्राइविंग परमिट के साथ एक साल तक वाहन चला सकते हैं। लाइसेंस अंग्रेज़ी में न होने पर उसका फ्रेंच अनुवाद प्रस्तुत करना जरूरी होता है। एक साल से अधिक समय तक रहने वाले लोगों को फ्रेंच ड्राइविंग टेस्ट देकर नया लाइसेंस लेना होता है।
7. सिंगापुर
सिंगापुर भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस को 12 महीने तक मान्यता देता है। इसके लिए IDP की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यदि लाइसेंस अंग्रेज़ी में न हो तो अनुवाद प्रस्तुत करना आवश्यक है। 12 महीने के बाद वहां का ड्राइविंग टेस्ट पास करना आवश्यक होता है।
8. संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
UAE में केवल पर्यटक ही भारतीय लाइसेंस के साथ वाहन चला सकते हैं और वह भी केवल IDP के साथ। यदि कोई व्यक्ति UAE में कार्यरत है या वहां बस चुका है, तो उसे वहां की लाइसेंसिंग अथॉरिटी से नया ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होता है। इसके लिए लिखित और प्रैक्टिकल टेस्ट देना पड़ता है।
9. न्यूज़ीलैंड
न्यूज़ीलैंड में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस एक साल तक वैध होता है, बशर्ते यह अंग्रेज़ी में हो या फिर उसका सरकारी अनुवाद किया गया हो। इंटरनैशनल ड्राइविंग परमिट जरूरी नहीं है, लेकिन उसके साथ प्रक्रियाएं आसान हो जाती हैं। एक साल के बाद नया स्थानीय लाइसेंस बनवाना अनिवार्य है।
10. मलेशिया
मलेशिया में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस 3 महीने तक ही मान्य होता है। इसके लिए IDP की सिफारिश की जाती है। यदि कोई वहां लंबे समय के लिए रह रहा है, तो उसे मलेशियन ड्राइविंग लाइसेंस लेना जरूरी होता है। टेस्ट देने की प्रक्रिया होती है।
11. थाईलैंड
थाईलैंड में पर्यटक भारतीय लाइसेंस के साथ IDP दिखा कर वाहन चला सकते हैं। लेकिन अगर आप वहां लंबे समय तक रह रहे हैं या वर्क वीज़ा पर हैं, तो थाईलैंड का ड्राइविंग लाइसेंस लेना आवश्यक है।
12. दक्षिण अफ्रीका
यहां भारतीय लाइसेंस, IDP के साथ, पर्यटकों के लिए मान्य है। यदि कोई व्यक्ति वहां स्थायी रूप से बसता है तो उसे स्थानीय ट्रैफिक डिपार्टमेंट से नया लाइसेंस बनवाना पड़ता है।
13. जापान
जापान में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस स्वीकार नहीं किया जाता। वहां वाहन चलाने के लिए या तो जापानी ड्राइविंग टेस्ट देना पड़ता है या फिर पहले से इंटरनैशनल ड्राइविंग परमिट साथ में होना चाहिए। जापान की ट्रैफिक नियम प्रणाली अत्यंत कठोर मानी जाती है।
14. चीन
चीन में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस की कोई मान्यता नहीं है। यहां वाहन चलाने के लिए स्थानीय टेस्ट पास करना जरूरी है। चीन में ट्रैफिक नियमों की अनूठी संरचना है और वहां विदेशी लाइसेंस का कोई स्थान नहीं है।
15. नेपाल और भूटान
चूंकि यह देश भारत के पड़ोसी हैं और भारत के साथ विशेष समझौते रखते हैं, इसलिए यहां भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस आमतौर पर मान्य होता है। कई बार IDP की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए साथ रखना फायदेमंद होता है।
16. श्रीलंका
यहां पर भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस IDP के साथ कुछ महीनों के लिए मान्य होता है। श्रीलंका में भी यदि कोई व्यक्ति लंबे समय तक ठहरता है तो उसे वहां की स्थानीय अथॉरिटी से नया लाइसेंस प्राप्त करना होता है।
17. इटली
इटली में भारतीय लाइसेंस, IDP के साथ 1 वर्ष तक वैध होता है। उसके बाद टेस्ट देकर स्थानीय लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है। इटली के कई शहरों में सड़कें जटिल होती हैं इसलिए लाइसेंस नियम सख्त हैं।
18. स्पेन
स्पेन में भारतीय नागरिक इंटरनैशनल ड्राइविंग परमिट के साथ 6 महीने तक वाहन चला सकते हैं। इसके बाद स्पेनिश ड्राइविंग टेस्ट देना आवश्यक होता है।
19. नार्वे, फिनलैंड और डेनमार्क
ये सभी देश भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस को IDP के साथ 6 महीने से लेकर 12 महीने तक वैध मानते हैं। लेकिन इसके लिए शर्तें होती हैं जैसे — लाइसेंस का अंग्रेज़ी अनुवाद और पासपोर्ट, वीज़ा की स्थिति।
20. ब्राज़ील, अर्जेंटीना और चिली
दक्षिण अमेरिकी देशों में भारतीय लाइसेंस को विशेष समझौतों के अंतर्गत IDP के साथ कुछ समय के लिए मान्यता मिलती है। लेकिन हर देश की स्थिति थोड़ी अलग हो सकती है, इसलिए यात्रा से पहले अपडेट जानकारी लेना जरूरी होता है।
21. रूस
रूस में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस को बिना IDP के वैध नहीं माना जाता। वहां के ट्रैफिक नियम बेहद जटिल हैं, और लाइसेंस की प्रक्रिया में सरकारी दखल ज्यादा होता है।
22. तुर्की
यहां भारतीय पर्यटक IDP के साथ वाहन चला सकते हैं। बिना IDP के स्थानीय पुलिस चालान कर सकती है। स्थायी निवासियों को तुर्की लाइसेंस लेना पड़ता है।
आज के वैश्विक युग में जब लोग पढ़ाई, नौकरी या पर्यटन के उद्देश्य से लगातार विदेश यात्रा कर रहे हैं, यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि आपका भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस किस देश में मान्य है और किन शर्तों के साथ। भारत सरकार द्वारा जारी ड्राइविंग लाइसेंस की विश्वसनीयता कई देशों में मानी जाती है, लेकिन अधिकतर देशों में एक निश्चित अवधि और इंटरनैशनल ड्राइविंग परमिट (IDP) की शर्त के साथ।
यह सुझाव दिया जाता है कि विदेश यात्रा से पहले संबंधित देश की दूतावास या परिवहन वेबसाइट से अपडेट नियमों की जानकारी अवश्य लें। यदि आप लंबे समय तक वहां रह रहे हैं, तो स्थानीय लाइसेंस प्राप्त करना हमेशा अच्छा होता है – न केवल कानूनी कारणों से, बल्कि सुरक्षा और बीमा से जुड़े पहलुओं के लिए भी।